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इंटर्नल मेडिसिन के लिए टेलीमेडिसिन: डॉ. ए.के. झा के साथ संवाद

  • लेखक की तस्वीर: Kumar Rishank
    Kumar Rishank
  • 9 अग॰
  • 3 मिनट पठन

मुख्य बात: टेलीमेडिसिन ने पटना और बिहारशरीफ सहित पूरे भारत में मरीजों और चिकित्सकों के बीच दूरी को कम किया है। यह आसान, गुणवत्तापूर्ण और लगातार देखभाल की सुविधा देता है, जिससे यात्रा की जरूरत कम होती है, खर्चा घटता है, और प्रबंधन बेहतर होता है।


1. भारत में टेलीमेडिसिन का परिचय


टेलीमेडिसिन डिजिटल तकनीक (वीडियो, ऑडियो, मैसेजिंग) का उपयोग कर दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की प्रक्रिया है। भारत सरकार की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जुलाई 2020 में जारी टेलीमेडिसिन नियमों के बाद इसका विस्तार तेज़ी से हुआ है, खासकर उन मरीजों के लिए जिनका इलाज इंटर्नल मेडिसिन क्षेत्र में होता है – जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, संक्रमण, अस्थमा आदि।


प्रमुख कारक:


  • व्यापक 4G/5G नेटवर्क और स्मार्टफोन पहुंच

  • COVID-19 महामारी के कारण दूरस्थ देखभाल की आवश्यकता

  • नियामक स्पष्टता: पंजीकृत चिकित्सक (RMP) टेलीमेडिसिन से कानूनी रूप से परामर्श दे सकते हैं


2. इंटर्नल मेडिसिन में टेलीमेडिसिन की भूमिका


इंटर्नल मेडिसिन में कई रोगों का प्रबंधन होता है जैसे:

  • दीर्घकालिक रोग: मधुमेह, हाइपरटेंशन, थायरॉइड, कोलेस्ट्रॉल

  • तीव्र संक्रमण

  • निवारक देखभाल

इन मामलों में नियमित फॉलो-अप, दवा समायोजन, जांच समीक्षा और जीवनशैली सलाह जरूरी होती है। टेलीमेडिसिन यहाँ अत्यंत उपयुक्त है क्योंकि यह यात्रा की आवश्यकता बिना बार-बार ऑनलाइन या वीडियो कॉल से यह सुविधा देता है।


3. डॉ. ए.के. झा से सवाल-जवाब


प्रश्न 1: टेलीमेडिसिन क्या है?


डॉ. झा: टेलीमेडिसिन का मतलब डॉक्टर से घर बैठे वीडियो कॉल, फोन या ऐप के माध्यम से परामर्श लेना है। आप अपनी समस्या बताएं, डॉक्टर आपके लक्षण समझें, जांच रिपोर्ट देखें और दवा का ऑनलाइन प्रिस्क्रिप्शन दे सकते हैं।


प्रश्न 2: किसे इसका सबसे अधिक लाभ होता है?

  • पुरानी बीमारियों से पीड़ित (बीपी, शुगर, थायरॉइड आदि)

  • बुजुर्ग या अस्पताल आने-जाने में असमर्थ मरीज

  • व्यस्त पेशेवर जो समय निकाल नहीं पाते

  • ग्रामीण और दूर-दराज के लोग जिनके लिए यात्रा मुश्किल हो

  • नियमित फॉलो-अप के लिए इलाज में रह रहे मरीज


प्रश्न 3: ऑनलाइन परामर्श कैसे होता है?

  1. आप अशिर्वाद हेल्थकेयर की वेबसाइट या टेलीमेडिसिन सेवा पर लॉगिन करते हैं।

  2. अपनी जानकारी, लक्षण और पिछली मेडिकल रिपोर्ट अपलोड करते हैं।

  3. डॉक्टर के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत होती है।

  4. डॉक्टर जांच करते हैं, समस्या समझाते हैं और डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन प्रदान करते हैं।

  5. आगे जांच, रिपोर्ट देने या पुर्न-मुलाकात (फॉलो-अप) की योजना बनाते हैं।


प्रश्न 4: टेलीमेडिसिन के क्या फायदे हैं?

  • घर बैठे इलाज, अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं

  • भीड़-भाड़ या संक्रमण का जोखिम कम

  • तुरंत या अगले दिन अपॉइंटमेंट मिलना सहज

  • परिवार के सदस्य भी कॉल में शामिल हो सकते हैं

  • दवाओं की नवीनीकरण प्रक्रिया सरल

  • पुरानी बीमारियों का बेहतर निरंतर प्रबंधन

  • समय और यात्रा लागत की बचत


प्रश्न 5: क्या यह सुरक्षित और कारगर है?

जी हां। अधिकांश गैर-आपातकालीन और पुरानी बीमारियों के मामलों में टेलीमेडिसिन उतनी ही प्रभावी है जितना कि व्यक्तिगत मुलाकात। डाक्टरों को आपकी जांच रिपोर्ट, चिकित्सा इतिहास आदि उपलब्ध होने पर यह और भी सटीक होता है।


प्रश्न 6: फिर भी कब क्लीनिक जाना चाहिए?

  • गंभीर लक्षण जैसे अचानक सीने में दर्द, तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई हो

  • जब शारीरिक जांच या विशेष टेस्ट डॉक्टर के द्वारा आवश्यक बताये जाएं


प्रश्न 7: अशिर्वाद हेल्थकेयर क्यों चुनें?

  • अनुभवी और पंजीकृत चिकित्सकों द्वारा सेवा

  • मरीज डेटा का गोपनीय और सुरक्षित प्रबंधन

  • जरूरत पड़ने पर शीघ्र क्लीनिक रेफरल

  • आसान और भरोसेमंद ऑनलाइन अपॉइंटमेंट प्रणाली

  • मरीज की सुविधा को सर्वोपरि समझने वाला दृष्टिकोण


4. अंतिम शब्द

टेलीमेडिसिन के माध्यम से, अशिर्वाद हेल्थकेयर के अनुभवी चिकित्सक, जैसे कि डॉ. ए.के. झा, आपके लिए उच्च गुणवत्ता वाली, सुरक्षित मेडिसिन सेवा लेकर आते हैं – खासकर पटना और बिहारशरीफ क्षेत्र में। यह देखभाल आपके समय, धन और स्वास्थ्य दोनों की सुरक्षा करती है।


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